दीपावली का पावन पर्व इस वर्ष 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जबकि लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 1 नवंबर को है। हिंदू मान्यता के अनुसार, कार्तिक अमावस्या की रात को माँ लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और घरों में निवास करती हैं, । इस वजह से दीपावली से पहले घरों की विशेष साफ-सफाई और सजावट की जाती है। इस वर्ष लक्ष्मी पूजा का सबसे उपयुक्त समय शाम 5:44 बजे से रात 8:19 बजे तक है। इस समय में पूजा करने से घर में समृद्धि और खुशहाली आती है।
पूजा की तैयारी और आवश्यक सामग्री
लक्ष्मी पूजन में माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को एक लाल कपड़े पर स्थापित करें और पूजा स्थल को सुंदर तरीके से सजाएं। कलश, आम के पत्ते, दीपक, चावल, कुमकुम, पुष्प, और मिठाई पूजा में प्रयोग करें। पूजा की शुरुआत गणेश वंदना से करें, उसके बाद लक्ष्मी माँ के मंत्रों का जाप करें, जिसमें “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप विशेष फलदायी माना जाता है

पूजा के अंत में आरती करें और सभी उपस्थित लोगों में प्रसाद का वितरण करें। घर के हर कोने में दीप जलाएं, जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। इस दिन माँ लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान गणेश, देवी सरस्वती और कुबेर जी की भी पूजा करना लाभकारी माना जाता है।
दीपावली का महत्व और संदेश
दीपावली केवल आर्थिक समृद्धि का पर्व नहीं है, बल्कि यह ज्ञान और प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रतीक है। यह पर्व हमें बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का संदेश देता है। दीपावली परिवारों और समुदायों में एकता का संदेश फैलाती है और सभी के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का संचार करती है।
इस दीपावली, सभी को माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो और उनके जीवन में सुख, शांति और धन की बरसात हो। दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!